विज्ञान और जीवन पर निबंध
मनुष्य निरंतर मानव जीवन को सुखमय बनाने में प्रयासरत रहता है। उसने विज्ञान दूवारा नए-नए आविष्कार करके अपने दैनिक जीवन को आनंदमय बना लिया है। विज्ञान ने अनेक चमत्कार करके सृष्टि की कायापलट कर दी है। इसने मनुष्य की स्वर्ग-सी सुंदर कल्पना को पृथ्वी पर ही साकार कर दिया है। विज्ञान ने मनुष्य के व्यक्तिगत सामाजिक तथा आर्थिक जीवन में आश्चर्यजनक परिवर्तन ला दिए हैं। विज्ञान के चमत्कारों ने संसार की दूरियाँ समाप्त कर दी हैं। हज़ारों साल में जो उन्नति न हो पाई वह पिछले डेढ़ सौ साल में हो गई है।
आज से दो सौ वर्ष पहले का मनुष्य यदि धरती पर आए तो उसे यह काल्पनिक दुनिया लगेगी। बिजली के आविष्कार के कारण मनुष्य की जीवन शैली ही परिवर्तित हो गई है। अंधकार भरी रातें बिजली के बल्बों और ट्यूब लाइट की रोशनी से जगमगा उठी हैं। कूलरों, पंखों और एयर कंडीशनरों ने गर्मी की तपन को शांत कर दिया है। रसोई के सारे काम बिजली के उपकरणों दवारा होने लगे हैं।
टेलीविज्ञन, टेलीफोन, फैक्स, कंप्यूटर, इंटरनेट आदि ने दुनिया को समेटकर छोटा बना दिया है। इन माध्यमों से क्रांति आ गई है। बिजली की मशीनों से एक काम जिसे कई सौ लोग करते थे, कम समय में किया जाता है। घंटों का काम मिनटों में पलक झपकते ही हो जाता है। आज बडे-बडे उद्योग स्वचालित मशीनों से युक्त हैं। बटन दबाते ही काम स्वयं होता है। चाहे खाद्य पदार्थ के कारखाने हों या कपडे, बर्तन आदि बनाने का काम, सब मशीनों द्वारा होता है। उद्योग धंधों में उत्पादन की मात्रा बढ़ गई है।
यातायात के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आ गए हैं। बैलगाड़ी युग को विज्ञान ने एक दम बदल दिया है। सड़कों पर तीब्र गति से वाहन चलने लगे हैं। हज़ारों यात्रियों को ले जाने वाले वायुयान आकाश में उड़ने लगे हैं। धरती के गुरुत्वाकर्षण को चीरकर मनुष्य अंतरिक्ष में यात्रा करने लगा है। चिकित्सा जगत में तो विज्ञान ने अभूतपूर्व परिवर्तन ला दिया है। शरीर के सभी आंगों का प्रत्यारोपण तक होने लगा है। विज्ञान ने मुद्रण कला को भी नए स्तर पर पहुँचाया है।
विज्ञान ने मनुष्य के दैनिक जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है। इसने मनुष्य को समस्त सुख प्रदान किया है। यदि विज्ञान न होता तो मनुष्य का दैनिक जीवन इतना सुखकर नहीं होता।

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